PM Vishwakarma Yojana Registration 2025: सरकार ने देश के परंपरागत हुनरमंदों और कारीगरों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 के अंतर्गत अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह योजना उन कारीगरों के लिए है जो वर्षों से पारंपरिक पेशों से जुड़े हैं, जैसे कि बढ़ई, लोहार, सुनार, दर्जी, कुम्हार, मोची और अन्य। इन लोगों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने यह योजना शुरू की है, ताकि उन्हें आधुनिक प्रशिक्षण, उपकरण और वित्तीय सहायता मिल सके।
PM Vishwakarma Yojana Registration 2025 योजना के अंतर्गत न केवल शहरी क्षेत्रों में रहने वाले कारीगरों को लाभ मिलेगा, बल्कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले पारंपरिक श्रमिकों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। यह योजना आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा है और इसका उद्देश्य भारत के शिल्पकारों को पहचान दिलाना है। सरकार का मानना है कि यदि इन पारंपरिक व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाए, तो न केवल रोजगार के नए अवसर बन सकते हैं बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत भी संरक्षित रह सकती है। यही कारण है कि इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया है।
PM Vishwakarma Yojana Registration 2025
PM Vishwakarma Yojana Registration 2025 केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो कारीगरों को उनकी मेहनत का सही मूल्य देने के लिए तैयार किया गया है। पहले पारंपरिक काम करने वाले लोग सिर्फ गांवों या छोटे बाजारों तक ही सीमित रह जाते थे, लेकिन अब इस योजना के माध्यम से उन्हें नई पहचान दी जा रही है। रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें सरकार की ओर से ट्रेनिंग, टूलकिट और व्यावसायिक पहचान के साथ-साथ ऋण की सुविधा भी मिलेगी।
इस योजना का खास मकसद है कि जिन लोगों के पास कौशल है, लेकिन संसाधनों की कमी है, उन्हें साधन देकर फिर से उनके व्यवसाय को खड़ा किया जाए। ऐसे में वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार के साथ-साथ समाज की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे सकें। यही कारण है कि इस बार सरकार ने विशेष अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़ने का फैसला किया है।
कौन कर सकता है रजिस्ट्रेशन
PM Vishwakarma Yojana के तहत आवेदन करने के लिए कुछ पात्रता शर्तें रखी गई हैं। सबसे पहले तो आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए और उसकी आयु 18 से 59 वर्ष के बीच होनी चाहिए। साथ ही वह पारंपरिक कार्यों जैसे बढ़ईगीरी, लोहारगीरी, सिलाई, मिट्टी के बर्तन बनाना, कढ़ाई, बुनाई, चूड़ी निर्माण आदि में संलग्न होना चाहिए।
योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनके पास कोई स्थायी सरकारी नौकरी नहीं है। यदि आवेदक किसी अन्य सरकारी आर्थिक योजना का लाभ नहीं ले रहा है तो उसे प्राथमिकता दी जाएगी। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो अब तक किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता से वंचित थे।
किन दस्तावेजों की होगी जरूरत
योजना के तहत आवेदन करते समय आवेदक को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे जैसे – आधार कार्ड, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, व्यवसाय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, आय प्रमाण पत्र और मोबाइल नंबर। इन दस्तावेजों के बिना रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकती, इसलिए आवेदन से पहले सभी दस्तावेज तैयार रखना जरूरी है।
प्रशिक्षण और टूलकिट की सुविधा
रजिस्ट्रेशन करने वाले लाभार्थियों को सरकार द्वारा कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण उनके पारंपरिक कार्यों से संबंधित होगा ताकि वे अपनी तकनीकों को आधुनिक स्तर पर सुधार सकें। प्रशिक्षण के दौरान सरकार हर आवेदक को ₹500 प्रतिदिन का भत्ता भी प्रदान करेगी। यह प्रशिक्षण जिला स्तर पर निर्धारित केंद्रों में दिया जाएगा।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद लाभार्थियों को एक मान्यता प्रमाण पत्र और टूलकिट भी प्रदान की जाएगी। टूलकिट में लगभग ₹15,000 तक के उपकरण होंगे जो उनके व्यवसाय में मददगार साबित होंगे। इससे उनके काम की गुणवत्ता बढ़ेगी और उन्हें कम लागत में ज्यादा मुनाफा मिलेगा।
ब्याज मुक्त लोन की सुविधा
सरकार इस योजना के तहत लाभार्थियों को बिना गारंटी के लोन भी दे रही है। पहले चरण में ₹1 लाख तक का लोन दिया जाएगा जिसे 18 महीनों में चुकाना होगा। यदि लाभार्थी समय पर लोन चुका देता है तो उसे दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का लोन भी दिया जाएगा जिसकी अवधि 30 महीने होगी। यह लोन पूरी तरह से आसान शर्तों पर मिलेगा और इसके लिए किसी प्रकार की कोई संपत्ति की जरूरत नहीं होगी।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
PM Vishwakarma Yojana Registration 2025 के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन रखी गई है ताकि सभी लोग आसानी से इसमें भाग ले सकें। इसके लिए सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां “रजिस्ट्रेशन” सेक्शन में जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा। सभी जरूरी जानकारी और दस्तावेज अपलोड करने के बाद कैप्चा कोड भरकर फॉर्म सबमिट करना होगा।
फॉर्म सबमिट होने के बाद एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा जिसे आगे की प्रक्रिया के लिए सुरक्षित रखना होगा। यदि आवेदन स्वीकृत होता है तो लाभार्थी को सूचित किया जाएगा और उसके बाद आगे की ट्रेनिंग और सहायता की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
सरकार का उद्देश्य और योजना का प्रभाव
PM Vishwakarma Yojana का उद्देश्य सिर्फ बेरोजगारी को खत्म करना नहीं है, बल्कि पारंपरिक कार्यों को फिर से जीवंत बनाना है। यह योजना ग्रामीण और शहरी, दोनों ही क्षेत्रों के कारीगरों के लिए एक अवसर लेकर आई है कि वे अपने हुनर को नई पहचान दे सकें।
इस योजना से जहां एक तरफ रोजगार बढ़ेगा वहीं देश की पारंपरिक कला और हस्तशिल्प को भी नया जीवन मिलेगा। यह योजना भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूती देगी और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देकर देश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana Registration 2025 उन सभी कारीगरों के लिए एक नई उम्मीद है जो अपने पारंपरिक काम को फिर से पहचान दिलाना चाहते हैं। अगर आप भी किसी ऐसे कार्य से जुड़े हैं और आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और टूलकिट की मदद से अपने काम को बढ़ाना चाहते हैं, तो आज ही ऑनलाइन आवेदन करें। यह योजना न केवल आपके लिए एक सहारा बनेगी बल्कि आपके हुनर को पहचान और सम्मान भी दिलाएगी।